नई दिल्ली, 01 फरवरी। 18वीं लोकसभा के बजट सत्र का आज पहला दिन था। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा के जॉइंट सेशन में 59 मिनट का अभिभाषण दिया।
उनके इस अभिभाषण पर कांग्रेस नेताओं की टिप्पणी पर विवाद हो गया। सोनिया गांधी ने द्रौपदी मुर्मू के लिए बेचारी शब्द इस्तेमाल किया। वहीं राहुल ने भाषण को बोरिंग बताया।
भाजपा ने इसे आदिवासी समाज का अपमान बताया और माफी की मांग की। प्रधानमंत्री मोदी ने भी कहा कि राष्ट्रपति के लिए ऐसे बयान गरीबों और आदिवासियों का अपमान है।
वहीं राष्ट्रपति भवन के प्रेस सेक्रेटरी ने भी सोनिया गांधी के बयान पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा- विपक्षी सांसदों का बयान दुर्भाग्यपूर्ण और राष्ट्रपति की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाला है।
पढ़िए सोनिया-राहुल का कमेंट…
सोनिया गांधी- अंत तक राष्ट्रपति बहुत थक गईं थीं। बेचारी वह मुश्किल से बोल पा रही थीं।
राहुल गांधी- यह बोरिंग था, वहीं बातें बार-बार रिपीट की गईं।
पप्पू यादव- राष्ट्रपति रबर स्टैंप की तरह हैं। वे बस लव लेटर पढ़ती रहती हैं।
प्रियंका ने मां सोनिया का बचाव किया, कहा- उनकी बात तोड़ी-मरोड़ी गई
सोनिया गांधी की आलोचना पर प्रियंका ने कहा- ‘मेरी मां 78 साल की बुजुर्ग महिला हैं, उन्होंने बस इतना कहा कि ‘राष्ट्रपति ने इतना लंबा भाषण पढ़ा होगा, वह थक गई होंगी, बेचारी।’ वह पूरी तरह से भारत की राष्ट्रपति का सम्मान करती हैं। मुझे लगता है कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि मीडिया इस तरह की बातों को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहा है। वे दोनों हमसे बड़े और सम्मानित लोग हैं। उनकी बात का कोई गलत मतलब नहीं था।’
मोदी बोले- इस सत्र में कई ऐतिहासिक बिल पेश किए जाएंगे संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सदन के बाहर मीडिया को संबोधित किया था। PM ने कहा- इस सत्र में कई ऐतिहासिक बिल पेश किए जाएंगे। हर नारी को सम्मानपूर्ण जीवन मिले उस दिशा में इस सत्र में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए जाएंगे। रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म करेंगे।