नई दिल्ली, 31 जनवरी। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बार-बार ये आरोप लगा रहे हैं कि हरियाणा की सरकार यमुना जल में जहर मिला रही है, जिससे अमोनिया का स्तर कई गुना बढ़ गया है. इससे लोगों की जान भी जा सकती है. इसका जवाब देने के लिए एक दिन पहले हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी खुद यमुना नदी पर पहुंच गए और यमुना का पानी पीकर दिखाया. इसके कुछ देर बाद केजरीवाल फिर आए और पानी की चार बोतलें पेश की. दावा किया कि ये चार बोतलें वे बीजेपी नेताओं को भेजने वे इसे पीकर दिखाएं. इसके बाद नहले पर दहला मारते हुए नायब सिंह सैनी दो बोतल लेकर आ गए. समझाया कि इन दोनों बोतलों में अंतर क्या है?
वीडियो में आप देख सकते हैं कि नायब सिंह सैनी दो बोतलें दिखा रहे हैं, जिनमें यमुना जल भरा हुआ है. इसमें एक बोतल में पानी काफी साफ दिख रहा है जबकि दूसरे में काफी गंदा नजर आ रहा है. सैनी का दावा है कि हरियाणा का पानी साफ है, जबकि दिल्ली में पहुंचते ही यमुना का पानी गंदा हो जाता है. दोनों बोतलों में भी उन्होंने हरियाणा और दिल्ली लिखकर रखा हुआ है. नायब सिंह सैनी उसी जगह पर थे, जहां से केजरीवाल ने यमुना को साफ करने की शपथ ली थी.
हरियाणा की जनता से माफी मांगें
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने वजीराबाद के यमुना घाट पर कहा, अरविंद केजरीवाल अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए अनर्गल प्रचार कर रहे हैं. उन्होंने यहीं यमुना माता की कसम खाई थी कि मैं आपको स्वच्छ करूंगा. उन्होंने यमुना नदी को स्वच्छ करने के बजाय और गंदा करने का काम किया है. अरविंद केजरीवाल आपको दिल्ली और हरियाणा की जनता से माफी मांगनी चाहिए.