वाशिंगटन , 30 जनवरी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बुधवार को अपने दूसरे कार्यकाल के पहले कानून लैकेन रिले एक्ट पर साइन किए। यह कानून फेडरल अधिकारियों को उन अवैध अप्रवासियों को हिरासत में लेकर डिपोर्ट करने का अधिकार देता है, जो किसी क्रिमिनल एक्टिविटी में शामिल हैं।
ट्रम्प ने कहा कि उनकी सरकार अपराधी अवैध अप्रवासियों को क्यूबा के पास ग्वांतानामो-बे जेल भेजने का प्लान बना रही है। यहां 30 हजार बेड तैयार करने के आदेश दिए गए हैं। इस जेल को दुनिया की सबसे खतरनाक जेल माना जाता है। यहां से अमानवीय यातनाओं की खबरें सामने आती रही हैं।
22 साल की स्टूडेंट के नाम पर रखा गया एक्ट का नाम
इस एक्ट नाम जॉर्जिया के 22 साल की नर्सिंग स्टूडेंट रिले के नाम पर रखा गया है। पिछले साल वेनेजुएला के एक नागरिक ने उसकी हत्या कर दी थी। ट्रम्प ने जिस समय एक्ट पर साइन किया, तब रिले के माता-पिता और बहन भी वहां मौजूद थीं।
ट्रम्प ने एक बार फिर अवैध अप्रवासियों को रोकने का वादा किया। उन्होंने कहा कि कुछ अवैध अप्रवासी तो ऐसे हैं जो डिपोर्ट करने के बाद शायद उनके देश में नहीं रहेंगे। हम नहीं चाहते हैं कि वे वापस आएं, इसलिए हम उन्हें ग्वांतानामो भेज देंगे। हमारे पास ग्वांतानामो में 30,000 बेड हैं, जहां सबसे खतरनाक विदेशी अपराधियों को रखा जा सकता है।
अवैध अप्रवासियों के खिलाफ ट्रम्प ने जारी किया आदेश
ट्रम्प ने 20 जनवरी को शपथ लेने के बाद अवैध अप्रवासियों की एंट्री बैन करने, उन्हें डिपोर्ट करने और जन्मजात नागरिकता (बर्थराइट सिटीजनशिप) को खत्म करने के लिए एग्जीक्यूटिव ऑर्डर जारी किया है।
प्यू रिसर्च सेंटर के मुताबिक अमेरिका में दुनिया के सबसे ज्यादा अप्रवासी हैं। दुनिया के कुल 20% अप्रवासी अमेरिका में ही रहते हैं। 2023 तक यहां रहने वाले अप्रवासियों की कुल संख्या 4.78 करोड़ थी। ट्रम्प का मानना है कि दूसरे देशों से लोग अवैध तरीके से अमेरिका में घुसकर अपराध करते हैं।