नई दिल्ली,23 जनवरी। कोचिंग सिटी कोटा थर-थर कांप रही है. कोटा सिटी अब भविष्य को उज्जवल बनाने का सपना लेकर देश के अलग-अलग राज्यों से आ रहे युवाओं को अब निगलने लग गई है. बुधवार को एक फिर से कोटा में महज दो घंटों के गैप से दो कोचिंग स्टूडेंट ने मौत को गले लगा लिया. इस महीने में कोचिंग सिटी में छह स्टूडेंट सुसाइड कर चुके हैं. कोटा के एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी के आगे अब आए दिन कोचिंग स्टूडेंट्स के परिजन खड़े नजर आते हैं. बच्चों को डॉक्टर और इंजीनियर बनने के ख्वाब संजाने वाली आंखों से आंसू बहते देखकर हर किसी का कलेजा कांप जाता है. वहा खड़े परिजनों बच्चों के शव देखकर बार-बार बेसुध हो जाते हैं.
कोटा में बुधवार को जवाहर नगर थाना इलाके में दो स्टूडेंट्स ने सुसाइड कर लिया. पहले दोपहर 12 बजे जेईई की तैयारी कर रहे स्टूडेंट पराग (18) ने फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया. वह असम का रहने वाला था. उसके कुछ समय बाद ही नीट की कोचिंग छात्रा अफ्शा शेख ने सुसाइड कर लिया. वह गुजरात के अहमदाबाद की रहने वाली थी. एक के बाद एक लगातार दो सुसाइड केस से पुलिस प्रशासन भी सन्न रह गया.
पराग का 27 जनवरी को पेपर था
कोचिंग स्टूडेंट पराग का आगामी 27 जनवरी को पेपर होना बताया जा रहा है. लेकिन पेपर देने से पहले ही उसने अपनी जान दे दी. पराग जवाहर नगर थाना इलाके के महावीर नगर क्षेत्र में रहता था. उसकी मां भी फिलहाल कोटा में ही है. फिलहाल सुसाइड के कारण सामने नहीं आए हैं. सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को मोर्चरी में शिफ्ट करवाया.
टेस्ट देने के बाद तनाव में आ गई थी अफ्शा
वहीं अफ्शा ने पिछले दिनों सुसाइड करने वाले स्टूडेंट्स को पागलपंथी करार दिया था. लेकिन टेस्ट देने के बाद वह भी तनाव में आ गई और उसने बुधवार को सुसाइड कर लिया. आज उसके परिजनों की मौजूदगी में शव का पोस्टमार्टम करवाया गया. उसके बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया. कोटा में सुसाइड के तेजी से बढ़ते आंकड़ों ने समूची कोचिंग इंडस्ट्री और पुलिस प्रशासन को हिलाकर रख रखा है.