नई दिल्ली,11 जनवरी। महाराष्ट्र सरकार में कैबिनेट मंत्री नितेश राणे ने शुक्रवार को मुस्लिमों को लेकर विवादित बयान दिया। महाराष्ट्र के सांगली की सभा में उन्होंने कहा कि हम ईवीएम की वजह से चुनाव जीते हैं और इससे कभी इनकार नहीं किया। विपक्ष ईवीएम का मीनिंग नहीं समझा। इसका मतलब है- ‘एवरी वोट अगेंस्ट मुल्ला’।
राणे ने कहा- ‘चुनाव जीतने के लिए हमें मुसलमानों के वोट की जरूरत नहीं है। मैं मुस्लिम समुदाय के पास वोट मांगने नहीं गया था। मैंने उनसे कहा कि तुम जो चाहो करो, लेकिन इस बार हिंदू जागरूक हैं और उन्होंने हमें जिताया हैं।’
नितेश ने कहा- ‘आप जानते हैं हमारे विरोधी ईवीएम को लेकर किस तरह चिल्लाते हैं। वे इस बात को पचा नहीं पा रहे हैं कि कैसे हिंदू एकजुट होकर हिंदुओं को वोट दे रहे हैं। वे हमेशा ईवीएम को दोष देते हैं। वे ईवीएम का मतलब नहीं समझते।’
लव जिहाद से हिंदू लड़कियों की जिंदगी बर्बाद बीजेपी नेता ने कहा कि जब हम महाराष्ट्र में लव जिहाद की पीड़ितों से मिले तो पता चला कि वे कैसे पैसे का इस्तेमाल करके हमारी बहनों की जिंदगी बर्बाद करते हैं। उनको मालूम है कि हमारी हिंदू बहन कहां रहती है, कितनी अमीर है?
फिर वे खुद को तैयार करते हैं। वे तय करते हैं कि उन्हें कौन-सी कार दिखाना है, कौन से कपड़े और किस ब्रांड की घड़ी पहनना है? इसके लिए पैसे भी उनके पास ऐसे काम करके ही आते हैं।
विपक्ष के नेता बोले- कुछ लोग हिंदू-मुस्लिम करने के लिए हैं शरद पवार गुट के नेता जितेंद्र आव्हाड ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘नितेश राणे ने संविधान पर हाथ रखकर शपथ ली है। कुछ लोगों को हिंदू मुस्लिम करने के लिए रखा है।’
आव्हाड ने कहा कि चुनाव होने के बाद से लोगों के मन में ईवीएम को लेकर शंका है। इस चुनाव में 201 बूथ पर हमला हुआ और 201 बूथ कैप्चर हुए।
पहले केरल को मिनी पाकिस्तान बताया था इससे पहले 29 दिसंबर को भी नितेश राणे ने केरल और राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की वायनाड से जीत को लेकर विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि केरल मिनी पाकिस्तान है। राहुल और प्रियंका गांधी मुस्लिमों की वजह से वहां से चुनाव जीतते हैं। राहुल-प्रियंका को सभी आतंकवादी वोट देते हैं। यह सच है, आप पूछ सकते हैं। वे आतंकवादियों को अपने साथ लेकर सांसद बने हैं।