नई दिल्ली,03 जनवरी। ऑनलाइन ठगी के मामलों में एक और चौंकाने वाली घटना सामने आई है। बेंगलुरु के एक इंजीनियर ने ‘हेलो, मैं अनाया…’ वॉट्सएप मैसेज से शुरू हुई बातचीत में अपनी मेहनत की कमाई के 62 लाख रुपये गंवा दिए। यह मामला न केवल ऑनलाइन फ्रॉड की गंभीरता को दिखाता है, बल्कि यह भी बताता है कि कैसे लालच और अज्ञानता इंसान को बड़ा नुकसान पहुंचा सकते हैं।
कैसे हुई ठगी?
इंजीनियर के पास वॉट्सएप पर ‘अनाया’ नाम की महिला का मैसेज आया। महिला ने खुद को एक विदेशी नागरिक बताया और दोस्ती की पेशकश की। धीरे-धीरे बातचीत का सिलसिला बढ़ा और महिला ने अपनी बातों से इंजीनियर का विश्वास जीत लिया।
कुछ समय बाद, महिला ने बताया कि उसे एक बड़ी धनराशि भारत भेजनी है, लेकिन इसमें उसे मदद की जरूरत है। उसने इंजीनियर से फंड ट्रांसफर के लिए सहयोग करने की गुजारिश की। इसके बदले महिला ने भारी कमीशन देने का वादा किया।
लालच बना मुसीबत
महिला की बातों में आकर इंजीनियर ने उसे मदद करने के लिए हामी भर दी। इसके बाद, विभिन्न बहानों से महिला ने पैसे मांगे—कभी कस्टम क्लियरेंस के नाम पर, तो कभी अन्य दस्तावेज़ों के लिए। इंजीनियर ने इन सभी मांगों को पूरा करने के लिए अपने बैंक अकाउंट से कुल 62 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए।
जब महिला ने पैसे मिलने के बाद भी संपर्क बंद कर दिया, तो इंजीनियर को एहसास हुआ कि वह ठगी का शिकार हो गया है।
ठगी का पता कैसे चला?
ठगी का एहसास होने के बाद इंजीनियर ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस की जांच में पता चला कि ‘अनाया’ का नंबर फर्जी था और वह एक संगठित गिरोह का हिस्सा हो सकती है।
ऑनलाइन ठगी से कैसे बचें?
अनजान मैसेज पर जवाब न दें: किसी भी अनजान नंबर से आए मैसेज पर जवाब देने से बचें।
व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें: कभी भी अपनी व्यक्तिगत जानकारी, बैंक डिटेल्स या ओटीपी किसी के साथ साझा न करें।
लालच से बचें: कोई भी ऐसा प्रस्ताव जो बहुत अच्छा लगे, आमतौर पर धोखाधड़ी का हिस्सा होता है।
संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें: अनजान लोगों द्वारा भेजे गए लिंक पर क्लिक न करें।
सतर्क रहें: अगर किसी व्यक्ति का व्यवहार संदिग्ध लगे, तो तुरंत सतर्क हो जाएं और मामले की सूचना पुलिस को दें।
पुलिस की सलाह
पुलिस ने इस घटना को एक गंभीर चेतावनी के रूप में लिया है और लोगों से आग्रह किया है कि वे अनजान कॉल्स और मैसेज से सतर्क रहें। पुलिस का कहना है कि ऑनलाइन ठगी के मामलों में गिरोह अत्यधिक सक्रिय हैं और नए-नए तरीके अपनाते हैं।
निष्कर्ष
यह घटना दिखाती है कि डिजिटल युग में सतर्कता और जागरूकता बेहद जरूरी है। ऑनलाइन ठगों का शिकार बनने से बचने के लिए हमें अपने व्यवहार में सतर्कता और संयम लाना होगा। याद रखें, थोड़ी सी सावधानी बड़े नुकसान से बचा सकती है।