नई दिल्ली,13 दिसंबर। आज संसद के शीतकालीन सत्र में संविधान पर विशेष चर्चा हो रही है, जिसमें वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने लोकसभा में अपना उद्घाटन भाषण दिया। प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि संविधान ही हमारी आवाज है और इसने हमें चर्चा का अधिकार दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि संविधान ने आम आदमी को सरकार बदलने की ताकत दी है।
प्रियंका गांधी ने सदन में उन्नाव रेप पीड़िता का मुद्दा उठाया और कहा कि उसे न्याय नहीं मिला है। उन्होंने यह भी कहा कि संविधान ने महिलाओं को अपनी आवाज उठाने की ताकत दी है। प्रियंका ने सत्ता पक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि अगर लोकसभा चुनाव के परिणाम इस तरह नहीं आते, तो सत्ता पक्ष के लोग संविधान को ही बदल डालते। उन्होंने यह भी कहा कि संविधान ने गरीबों और महिलाओं को आवाज दी है।
प्रियंका गांधी ने जाति जनगणना की अहमियत पर भी जोर दिया और कहा कि मौजूदा सरकार आरक्षण को कमजोर कर रही है। उन्होंने जातीय जनगणना को आज की आवश्यकता बताया और सत्ता पक्ष के लोगों पर आरोप लगाया कि वे इस मुद्दे को नजरअंदाज कर रहे हैं।
प्रियंका गांधी वाड्रा लोकसभा में अपने पहले संबोधन में भारत के संविधान को अपनाने की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर यह बयान दे रही थीं। उनके भाषण से पहले बीजेपी के दिग्गज नेता राजनाथ सिंह ने भी लोकसभा में भाषण दिया।