मणिपुर,29 नवम्बर। 13 दिनों तक बंद रहने के बाद इम्फाल और जिरीबाम में स्कूल और कॉलेज शुक्रवार को फिर से खुलेंगे। एजुकेशन डायरेक्टरेट ने अपने आदेश में कहा कि प्रभावित जिलों में सभी सरकारी, सहायता प्राप्त, निजी और सेंट्रल स्कूलों में शुक्रवार से कक्षाएं शुरू होंगी।
हाइयर एंड टेक्निकल एजुकेशन डिपार्टमेंट ने भी सभी सरकारी सहायता प्राप्त कॉलेज और स्टेट यूनिवर्सिटीज को शुक्रवार से ही खोलने के आदेश जारी किए हैं। जिरीबाम में सुरक्षा बलों और कुकी उग्रवादियों के बीच गोलीबारी के बाद 16 नवंबर से ही सभी शैक्षणिक संस्थान बंद हैं।
झड़प में 10 उग्रवादी मारे गए थे। इसके बाद उग्रवादी राहत शिविर से एक मैतेई परिवार के छह लोगों को अगवा कर ले गए थे। कुछ दिनों बाद मणिपुर और असम में जिरी और बराक नदियों में उनके शव मिले थे।
हालांकि, इंफाल घाटी और जिरीबाम में प्रिहिबिटरी ऑर्डर (निषेधाज्ञा) अभी भी लागू रहगी। अधिकारियों ने अभी तक यह भी साफ नहीं किया है कि स्कूल और कॉलेज खुलने के बाद कर्फ्यू में ढील दी जाएगी या नहीं।
हिंसा भड़कने के बाद से इंफाल पश्चिम, इंफाल पूर्व, बिष्णुपुर, थौबल, काकचिंग, कांगपोकपी, चुराचांदपुर, जिरीबाम और फेरज़ॉल सहित नौ जिलों में मोबाइल इंटरनेट और डेटा सेवाएं बंद हैं।
अगवाकर मारे गए सभी 6 मैतेइयों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आई
जिरीबाम से अगवा कर मारे गए 6 लोगों में बाकी 3 लोगों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट 27 नवंबर को आई। इसमें एक महिला और दो बच्चे शामिल हैं। तीनों के शवों पर गोलियों के निशान और गंभीर चोटें पाई गई हैं। रिपोर्ट से पता चलता है कि तीनों की मौत शव मिलने (17 नवंबर) के 3 से 5 दिन पहले हो चुकी थी।
इसके अलावा 11 नवंबर को कुकी आतंकवादियों के हमले में मारे गए 2 बुजुर्गों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी सामने आई है। उनके शव 12 नवंबर को जली हालत में पाए गए थे। एक शव के कुछ अंग गायब हैं। इन पांचों का पोस्टमॉर्टम असम के कछार जिले के सिलचर मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में हुआ।
इससे पहले 24 नवंबर को 3 मैतेई लोगों (दो महिलाएं और एक बच्चा) की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने आई थी। करीब 15 दिन पहले 11 नवंबर को सुरक्षा बलों और कुकी आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ में 10 आतंकी मारे गए थे।