नई दिल्ली,21 नवम्बर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में अभिनेता विक्रांत मैसी से मुलाकात के बाद उनकी आगामी फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’ का विशेष प्रदर्शन देखा। इस फिल्म का कथानक समाज के ज्वलंत मुद्दों और न्याय की खोज के इर्द-गिर्द घूमता है। यह मुलाकात और फिल्म का प्रदर्शन लखनऊ में हुआ, जो राज्य में सिनेमा और सामाजिक संवाद को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल मानी जा रही है।
क्या है ‘द साबरमती रिपोर्ट’?
‘द साबरमती रिपोर्ट’ एक सामाजिक-राजनीतिक थ्रिलर है, जिसमें न्याय व्यवस्था और समाज में नैतिकता के गिरते स्तर को दर्शाया गया है। फिल्म में विक्रांत मैसी ने एक पत्रकार की भूमिका निभाई है, जो एक विवादास्पद केस की गहराई तक जाकर सच्चाई सामने लाने की कोशिश करता है।
सीएम योगी और सिनेमा का जुड़ाव
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले भी उत्तर प्रदेश में सिनेमा के प्रचार-प्रसार को लेकर सक्रिय रहे हैं। उन्होंने राज्य में फिल्म निर्माण को बढ़ावा देने के लिए ‘उत्तर प्रदेश फिल्म नीति’ लागू की है, जिससे बड़े पैमाने पर फिल्म निर्माता राज्य में शूटिंग करने के लिए आकर्षित हुए हैं।
योगी आदित्यनाथ ने ‘द साबरमती रिपोर्ट’ देखने के बाद फिल्म के सामाजिक संदेश की सराहना की और इसे जनता के लिए प्रेरणादायक बताया।
विक्रांत मैसी का बयान
फिल्म के प्रदर्शन के बाद विक्रांत मैसी ने सीएम योगी के साथ अपनी मुलाकात को बेहद खास बताया। उन्होंने कहा,
“योगी जी से मिलना और उन्हें हमारी फिल्म दिखाना एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने फिल्म के विषय और हमारी टीम के प्रयासों की सराहना की, जो हमारे लिए बहुत प्रोत्साहित करने वाला है।”
फिल्म और समाज पर प्रभाव
‘द साबरमती रिपोर्ट’ जैसी फिल्में न केवल मनोरंजन का माध्यम होती हैं, बल्कि समाज के संवेदनशील मुद्दों को उजागर करने और दर्शकों को जागरूक करने में भी अहम भूमिका निभाती हैं। यह फिल्म एक ऐसा सन्देश देती है, जो न्याय, पारदर्शिता और सामाजिक जिम्मेदारी की जरूरत को उजागर करता है।
उत्तर प्रदेश में फिल्मों का भविष्य
उत्तर प्रदेश, जो अब बॉलीवुड और क्षेत्रीय सिनेमा का एक उभरता हुआ केंद्र बन गया है, ऐसी फिल्मों के जरिए सिनेमा उद्योग में अपनी जगह और मजबूत कर रहा है।
योगी आदित्यनाथ का इस तरह की फिल्मों को समर्थन करना दर्शाता है कि राज्य सरकार न केवल सांस्कृतिक पहलुओं को बढ़ावा दे रही है, बल्कि सामाजिक संदेश देने वाले सिनेमा को भी प्रोत्साहित कर रही है।
निष्कर्ष
‘द साबरमती रिपोर्ट’ का सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा देखा जाना और उसकी सराहना एक सकारात्मक संकेत है। यह सिनेमा की ताकत को स्वीकारने और उसे समाज सुधार का माध्यम बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। विक्रांत मैसी और उनकी टीम का प्रयास निश्चित रूप से इस फिल्म को एक खास स्थान दिलाएगा और दर्शकों के दिलों में एक गहरी छाप छोड़ेगा।