तुलसी गबार्ड का भारत से जुड़ाव: भगवद गीता से कश्मीर तक पीएम मोदी से लेकर उनके विचारों तक

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नई दिल्ली,16 नवम्बर। अमेरिकी राजनीति में अपनी खास पहचान बनाने वाली तुलसी गबार्ड का भारत के साथ गहरा और विशिष्ट जुड़ाव रहा है। पहली हिंदू अमेरिकी कांग्रेसवुमन के रूप में पहचानी जाने वाली गबार्ड ने न केवल भारतीय संस्कृति को अपनाया, बल्कि उसे अपने जीवन और राजनीति का अभिन्न हिस्सा भी बनाया। उनके विचार और कार्य भारतीय मूल्यों और परंपराओं को दर्शाते हैं, जिससे भारत के साथ उनका संबंध और भी मजबूत होता है।

पीएम मोदी को भगवद गीता भेंट करना
तुलसी गबार्ड का भारत के साथ जुड़ाव उस समय स्पष्ट हुआ जब उन्होंने 2014 में अमेरिका यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भगवद गीता की एक प्रति भेंट की। यह कदम उनके भारतीय संस्कृति और हिंदू धर्म के प्रति गहरे सम्मान को दर्शाता है। तुलसी गबार्ड ने गीता को अपनी प्रेरणा का स्रोत बताया है और इसे अपने जीवन में मार्गदर्शक के रूप में अपनाया है।

कश्मीर मुद्दे पर गबार्ड का रुख
तुलसी गबार्ड ने कई बार भारत के मुद्दों पर खुलकर अपनी राय रखी है। 2019 में, जब भारत सरकार ने अनुच्छेद 370 को समाप्त किया और जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म किया, तो उन्होंने इसे भारत का आंतरिक मामला बताते हुए समर्थन किया। उन्होंने इस मुद्दे पर किसी भी बाहरी हस्तक्षेप का विरोध किया और इसे भारत की संप्रभुता का हिस्सा माना।

हिंदू धर्म और भारतीय मूल्यों का प्रचार
गबार्ड ने अमेरिकी राजनीति में हिंदू धर्म और भारतीय मूल्यों को खुलकर बढ़ावा दिया। उनकी शादी भी भारतीय परंपराओं के अनुसार हुई थी, जिसमें मंत्रोच्चारण और वैदिक रीतियों का पालन किया गया। वे अक्सर भगवद गीता का उल्लेख अपने भाषणों में करती हैं और युवाओं को भारतीय दर्शन के गहरे अर्थ को समझने के लिए प्रेरित करती हैं।

भारत-अमेरिका संबंधों में योगदान
गबार्ड ने भारत-अमेरिका के बीच मजबूत संबंध स्थापित करने की दिशा में भी काम किया है। उन्होंने अमेरिकी कांग्रेस में भारतीय-अमेरिकी समुदाय के हितों की आवाज उठाई और दोनों देशों के बीच व्यापार, शिक्षा और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने का समर्थन किया।

भारत और गबार्ड का खास रिश्ता
तुलसी गबार्ड का भारत से जुड़ाव न केवल उनके धार्मिक और सांस्कृतिक संबंधों से परिलक्षित होता है, बल्कि उनके राजनीतिक विचारों और कार्यों में भी यह साफ दिखाई देता है। उनके भारतीय मूल्यों के प्रति सम्मान और कश्मीर जैसे संवेदनशील मुद्दों पर संतुलित दृष्टिकोण ने उन्हें भारतीय समुदाय में विशेष पहचान दिलाई है।

निष्कर्ष
तुलसी गबार्ड का जीवन भारतीय संस्कृति, हिंदू धर्म, और वैश्विक राजनीति का एक अद्वितीय मेल है। उनका भारत के साथ यह गहरा संबंध दोनों देशों के बीच एक सेतु का काम करता है और भारतीय मूल्यों को विश्व मंच पर पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

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