नई दिल्ली,5 नवम्बर। वक्फ (संशोधन) बिल पर बनी संसदीय समिति के अध्यक्ष भाजपा सांसद जगदंबिका पाल पर विपक्षी सांसदों ने तानाशाही के आरोप लगाए हैं। इन सांसदों ने समिति से अलग होने की चेतावनी दी है।
उनका आरोप है कि पाल विपक्ष की राय लिए बिना एकतरफा निर्णय ले रहे हैं, जिससे विपक्षी सांसदों को बिल पर अपनी बात रखने का उचित अवसर नहीं मिल पा रहा है।
सूत्रों के मुताबिक, विपक्षी सांसद आज लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मिलकर इस मुद्दे पर अपनी नाराजगी व्यक्त करेंगे।
विपक्षी नेताओं ने बिरला को एक संयुक्त पत्र लिखा है, जिसमें DMK के ए राजा, कांग्रेस के मोहम्मद जावेद और इमरान मसूद, AIMIM के असदुद्दीन ओवैसी, AAP के संजय सिंह और TMC के कल्याण बनर्जी समेत कई नेताओं के हस्ताक्षर हैं।
बैठकों में एकतरफा निर्णय लेने का आरोप पत्र में विपक्षी सांसदों ने शिकायत की है कि जगदंबिका पाल कई बार लगातार 3 दिनों तक बैठकों की तारीखें तय करते हैं और गवाहों को बुलाने का निर्णय भी एकतरफा ले रहे हैं।
विपक्षी सांसदों का कहना है कि हमारे लिए तैयारी के बिना उचित बातचीत करना संभव नहीं है। वहीं, भाजपा सांसदों ने आरोप लगाया है कि विपक्षी सदस्य जानबूझकर समिति के काम में अड़चन डाल रहे हैं।