नई दिल्ली,28 अक्टूबर। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी रूस-यूक्रेन जंग खत्म कराने में बड़ा असर डाल सकते हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए एक इंटरव्यू में यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा कि वे चाहते हैं कि दूसरी यूक्रेन पीस समिट नई दिल्ली में हो। मोदी चाहें तो ऐसा कर सकते हैं।
जेलेंस्की ने कहा कि मोदी आबादी और इकोनॉमी के हिसाब से एक बहुत बड़े देश के प्रधानमंत्री हैं। किसी भी संघर्ष के रोकने में भारत और मोदी का बड़ा असर हो सकता है। PM मोदी की तरफ से यूक्रेन और रूस के बीच बातचीत कराने की संभावना पर उन्होंने कहा कि बिल्कुल, वे ऐसा कर सकते हैं।
जेलेंस्की ने कहा कि रूस ने यूक्रेन के हजारों बच्चों का अपहरण कर लिया है। हम चाहते हैं कि मोदी हमारे बच्चों को वापस लाने में मदद करें। वे पुतिन से कह सकते हैं कि मुझे सिर्फ 1,000 यूक्रेनी बच्चें दें, जिसे यूक्रेन को हम लौटा देंगे। अगर मोदी ऐसा करेंगे तो हम अपने ज्यादातर बच्चे को वापस अपने लाने में सफल हो सकते हैं।
जेलेंस्की बोले- BRICS समिट फेल हो गया जेलेंस्की ने कहा कि रूस में BRICS समिट में कई देशों के नेता मौजूद थे, लेकिन इसमें ज्यादातर ऐसे थे जिन पर पुतिन को भरोसा नहीं है। सऊदी अरब को संगठन में शामिल होने के लिए न्योता भेजा गया था लेकिन वह शामिल नहीं हुआ। पुतिन इस समिट के जरिए दुनिया के बड़े हिस्से को अपनी तरफ लाना चाहते थे लेकिन वे ऐसा नहीं कर सके।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव के BRICS समिट में शामिल होने पर जेलेंस्की ने कहा कि अगर कोई कहता है कि वह यूक्रेन-रूस जंग के बीच तटस्थ हैं तो इसका मतलब ये है कि वे रूस के साथ हैं। जेलेंस्की ने कहा कि तटस्थता सिर्फ रूस की मदद करती है। हमलावर और पीड़ित के बीच, तटस्थता नहीं हो सकती।
बीते हफ्ते प्रधानमंत्री मोदी ने रूस के कजान शहर में 16वें BRICS सम्मेलन में हिस्सा लिया था। इस दौरान मोदी ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन के साथ द्विपक्षीय वार्ता में रूस-यूक्रेन युद्ध का जिक्र किया था। उन्होंने कहा था कि समस्याओं का समाधान शांतिपूर्ण तरीके से ही होना चाहिए। मोदी ने कहा कि आने वाले समय में भी भारत हर संभव सहयोग देने के लिए तैयार है।