लॉरेंस बिश्नोई इंटरव्यू मामले में पंजाब सरकार का बड़ा कदम: डेढ़ साल बाद 2 डीएसपी समेत 7 पुलिसकर्मी सस्पेंड

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चंडीगढ़,26 अक्टूबर। लॉरेंस बिश्नोई के इंटरव्यू मामले में पंजाब सरकार ने लंबे इंतजार के बाद बड़ी कार्रवाई करते हुए 2 डीएसपी सहित 7 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। इस मामले में डेढ़ साल के बाद उठाए गए इस कदम से प्रशासनिक स्तर पर कड़ी कार्रवाई के संकेत मिलते हैं। यह इंटरव्यू तब विवादों में आया था, जब जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने मीडिया से बातचीत कर कई गंभीर खुलासे किए थे। इस घटना से राज्य सरकार की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठे थे, और तब से इसे लेकर कड़ी जांच की मांग की जा रही थी।

क्या है मामला?
पिछले साल जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का एक इंटरव्यू मीडिया में प्रसारित हुआ था, जिसमें उसने कई विवादित बयान दिए थे। इस इंटरव्यू ने पुलिस प्रशासन पर सवाल खड़े किए, क्योंकि जेल के अंदर से किसी बंदी का इस तरह मीडिया से बातचीत करना सुरक्षा में बड़ी चूक मानी गई थी। इस मामले में पंजाब पुलिस पर आरोप लगे कि कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से यह इंटरव्यू संभव हुआ था।

पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज
इस मामले में पुलिस की भूमिका की जांच के बाद पंजाब सरकार ने सख्त कदम उठाते हुए 2 डीएसपी समेत कुल 7 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। इनमें जेल विभाग के कुछ अधिकारी भी शामिल हैं, जिन पर जेल के अंदर से इंटरव्यू को सुचारु रूप से होने देने का आरोप है। राज्य सरकार का कहना है कि इस कदम का उद्देश्य पुलिस तंत्र में अनुशासन और ईमानदारी बनाए रखना है।

सरकार का रुख
पंजाब सरकार ने इस मामले में देरी से ही सही, लेकिन सख्त कार्रवाई करते हुए संदेश दिया है कि कानून-व्यवस्था के साथ समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि इस मामले की निष्पक्ष जांच के बाद ही पुलिसकर्मियों पर यह कार्रवाई की गई है और भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए कड़े उपाय किए जाएंगे।

प्रशासनिक सुधार की जरूरत
इस घटना ने पंजाब में जेल और पुलिस व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता को रेखांकित किया है। इस मामले से यह स्पष्ट होता है कि जेलों में कैदियों की सुरक्षा और अनुशासन पर ध्यान देने की जरूरत है। राज्य सरकार ने इस घटना के बाद जेल सुरक्षा प्रणाली को और अधिक सख्त बनाने के निर्देश दिए हैं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।

आगे की प्रक्रिया
इन पुलिसकर्मियों के निलंबन के बाद अब मामले में जांच और आगे बढ़ेगी, जिसमें इस घटना के पीछे के कारणों और अन्य संलिप्त व्यक्तियों की पहचान की जाएगी। लॉरेंस बिश्नोई के इंटरव्यू प्रकरण ने पंजाब पुलिस और जेल प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाए हैं, जिससे प्रशासन के ऊपर सुधारात्मक कदम उठाने का दबाव भी बढ़ा है।

निष्कर्ष
लॉरेंस बिश्नोई इंटरव्यू मामले में कार्रवाई करके पंजाब सरकार ने संकेत दिया है कि वह कानून-व्यवस्था को लेकर गंभीर है और किसी भी प्रकार की लापरवाही को सहन नहीं किया जाएगा।

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