नई दिल्ली,17 अक्टूबर। डिजिटल युग में, जहां सुविधाएं बढ़ी हैं, वहीं साइबर ठगी के मामलों में भी तेज़ी आई है। Digital Arrest Scam एक नया प्रकार का साइबर अपराध है, जिसमें ठग उन लोगों को निशाना बना रहे हैं जिनके बैंक अकाउंट में बहुत कम या शून्य बैलेंस होता है। ऐसा नहीं है कि केवल बड़े बैंक बैलेंस वाले लोग ही साइबर अपराधियों के निशाने पर होते हैं—अगर आपके अकाउंट में कुछ हजार रुपये हैं या जीरो बैलेंस है, तब भी आप इस स्कैम का शिकार बन सकते हैं।
कैसे होता है Digital Arrest Scam?
इस स्कैम में ठग आपके बैंक खाते को हैक करने या आपके व्यक्तिगत डेटा को चोरी करने के बाद, आपको एक फर्जी ‘अरेस्ट वारंट’ भेजते हैं। यह वारंट ईमेल, एसएमएस या सोशल मीडिया के माध्यम से आ सकता है। इसमें लिखा होता है कि आपके बैंक अकाउंट से कोई अवैध ट्रांजैक्शन हुआ है, और अगर आप तुरंत पैसे नहीं जमा करते, तो आपको गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
फिर ठग आपको एक लिंक भेजते हैं, जिसमें आपकी कथित समस्या का “समाधान” होता है। जैसे ही आप उस लिंक पर क्लिक करते हैं, वे आपकी बैंकिंग जानकारी चुरा लेते हैं और अकाउंट को खाली कर देते हैं, चाहे उसमें कितनी भी राशि हो।
कम बैलेंस वाले अकाउंट्स भी क्यों होते हैं निशाने पर?
कम सतर्कता: जिन लोगों के बैंक अकाउंट में कम राशि होती है, वे अक्सर सोचते हैं कि ठग उन्हें निशाना नहीं बनाएंगे। लेकिन ठग इस बात का फायदा उठाते हैं कि ऐसे लोग सतर्क नहीं रहते।
धोखाधड़ी की दर कम: ठग यह जानते हैं कि ऐसे खातों में अधिक जांच-पड़ताल नहीं होती। बड़े खाते अधिक ध्यान आकर्षित करते हैं, लेकिन छोटे या जीरो बैलेंस वाले खाते आमतौर पर ट्रांजेक्शन मॉनिटरिंग से बच जाते हैं।
आसान लक्ष्य: ज्यादातर लोग जो कम बैलेंस वाले खाते रखते हैं, उनके पास साइबर सुरक्षा का ज्ञान कम होता है, जिससे वे आसान शिकार बन जाते हैं।
कैसे बचें इस स्कैम से?
किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें: अगर आपको किसी अज्ञात स्रोत से ईमेल, एसएमएस या कॉल आती है जिसमें आपको बैंकिंग से संबंधित समस्या का जिक्र किया गया है, तो सावधान रहें। कभी भी किसी अज्ञात लिंक पर क्लिक न करें।
अपनी जानकारी साझा न करें: बैंक या किसी भी सरकारी एजेंसी द्वारा आपको फोन पर आपकी निजी जानकारी (पिन, पासवर्ड आदि) नहीं मांगी जाती। अगर कोई आपसे यह जानकारी मांगता है, तो तुरंत कॉल या मैसेज को इग्नोर करें।
बैंक से सीधे संपर्क करें: अगर आपको किसी प्रकार की धमकी या संदेहास्पद मैसेज मिलता है, तो सीधे अपने बैंक की आधिकारिक हेल्पलाइन पर कॉल करें और स्थिति की जांच करें।
सुरक्षित पासवर्ड और 2FA का उपयोग करें: अपने बैंक अकाउंट्स के लिए मजबूत पासवर्ड रखें और दो-स्तरीय प्रमाणीकरण (2FA) का उपयोग करें। इससे ठगों के लिए आपके खाते तक पहुंच बनाना मुश्किल हो जाता है।
रेगुलर ट्रांजेक्शन मॉनिटर करें: समय-समय पर अपने बैंक स्टेटमेंट और ऑनलाइन ट्रांजेक्शन्स की जांच करते रहें। किसी भी अजीब या अनधिकृत ट्रांजेक्शन को तुरंत बैंक को सूचित करें।
कानूनी कार्रवाई की धमकी से बचें
Digital Arrest Scam में ठग आपको तुरंत पैसे ट्रांसफर करने के लिए डराते हैं, ताकि आप कानूनी कार्रवाई से बच सकें। यह बहुत ही प्रभावी तरीका है क्योंकि लोग गिरफ्तारी से डरकर बिना जांच-पड़ताल के पैसे ट्रांसफर कर देते हैं। याद रखें, किसी भी कानूनी कार्रवाई में पहले उचित नोटिस और जांच होती है। अगर आपको बिना किसी जांच के गिरफ्तारी की धमकी मिल रही है, तो यह निश्चित रूप से एक स्कैम है।
निष्कर्ष
Digital Arrest Scam एक उभरता हुआ खतरा है जो आपके बैंक बैलेंस की परवाह किए बिना आपको निशाना बना सकता है। साइबर अपराधी न केवल बड़े अकाउंट्स को बल्कि छोटे और जीरो बैलेंस वाले खातों को भी शिकार बना रहे हैं। इसलिए, चाहे आपके अकाउंट में कितने भी पैसे हों, सतर्क रहना बेहद जरूरी है। सावधानी बरतें, संदिग्ध लिंक और कॉल्स से बचें, और अपने बैंकिंग लेन-देन की नियमित रूप से जांच करते रहें।