ईरान ,12 अक्टूबर। इजराइल और लेबनान में जारी लड़ाई के बीच ईरान ने अरब देशों और मिडिल ईस्ट में अमेरिका के सहयोगियों के लिए चेतावनी जारी की है। अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल के मुताबिक, ईरान ने डिप्लोमैटिक चैनल के जरिए यह धमकी दी है।
ईरान ने कहा कि अगर किसी भी देश ने इजराइल को उस पर हमला करने में मदद की या अपने एयरस्पेस का इस्तेमाल करने दिया, तो उसे खामियाजा भुगतना होगा। दरअसल, ईरान ने 1 अक्टूबर को इजराइल पर 180 मिसाइलों से हमला कर दिया था। इसके बाद से इजराइल पलटवार की तैयारी कर रहा है।
कई मीडिया रिपोर्ट्स में आशंका जताई गई है कि इजराइल ईरान के तेल भंडारों या परमाणु ठिकानों को निशाना बना सकता है। इधर इजराइल ने 48 घंटे में दूसरी बार लेबनान में UN पीस कीपिंग फोर्स (UNIFIL) पर हमला किया है।
अलजजीरा के मुताबिक, शुक्रवार को UNIFIL ने हमले की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि इजराइल ने नाकोरा शहर में उनके हेडक्वार्टर पर धमाके किए। 2 पीसकीपर्स घायल हो गए। ये दोनों श्रीलंका के नागरिक हैं।
इजराइल बोला- हमले से पहले UN पीसकीपर्स को वॉर्निंग दी थी हमले के बाद इजराइल ने कहा कि सेना को इस इलाके में खतरे की जानकारी मिली थी। अटैक से पहले UN कर्मचारियों को वॉर्निंग दी गई थी। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि वे इजराइल से अपील करते हैं कि वह हिजबुल्लाह से लड़ाई के बीच UN पीसकीपर्स पर हमला करना बंद करे।
इजराइल ने गुरुवार को भी UNIFIL पर पहला हमला किया था। इसमें इंडोनेशिया के 2 पीसकीपर्स घायल हो गए थे। इजराइल के इस हमले पर भारत, कनाडा, इंडोनेशिया, अमेरिका समेत 11 देशों ने आपत्ति जताई थी। इसके बावजूद इजराइल ने UN पोस्ट पर दोबारा अटैक किया।
दरअसल, लेबनान में UN पीस मिशन के तहत भारत के भी 600 सैनिक तैनात हैं। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा था कि पीसकीपिंग फोर्स की सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाए जाने चाहिए। इजराइल पर ईरानी हमले के बाद अमेरिका ने ईरान के पेट्रोलियम और पेट्रोकेमिकल सेक्टर पर प्रतिबंध बढ़ा दिए हैं। अमेरिका ने इजराइल की ‘घोस्ट फ्लीट’ पर भी पाबंदियां लगा दी हैं, जो उसके तेल को दुनिया भर में खरीददारों तक पहुंचाती है।