नई दिल्ली,5 अक्टूबर। हरियाणा की प्रमुख कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद कुमारी सैलजा ने हाल ही में एक बड़ा बयान दिया है, जिसमें उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल होने की अटकलों को खारिज कर दिया। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर की ओर से बीजेपी में शामिल होने का प्रस्ताव मिलने पर कुमारी सैलजा ने स्पष्ट रूप से कहा कि “बीजेपी मेरा स्थान नहीं है”।
कुमारी सैलजा ने अपने बयान में कहा कि उनकी विचारधारा और बीजेपी की विचारधारा एक-दूसरे से बिल्कुल विपरीत हैं। उन्होंने कांग्रेस के प्रति अपनी निष्ठा और प्रतिबद्धता जताते हुए कहा कि वह कांग्रेस की नीतियों और सिद्धांतों में विश्वास करती हैं और उन्हें बदलने का कोई सवाल ही नहीं है।
यह बयान उस समय आया है जब हरियाणा में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हैं और कई नेता विभिन्न दलों में शामिल हो रहे हैं। ऐसे में कुमारी सैलजा का यह साफ-साफ कहना कि बीजेपी उनके लिए सही जगह नहीं है, एक महत्वपूर्ण राजनीतिक संदेश है।
कुमारी सैलजा कांग्रेस के एक प्रमुख चेहरा हैं और हरियाणा की राजनीति में उनका बड़ा कद है। वे कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुकी हैं और लंबे समय से पार्टी की सेवा कर रही हैं। उनकी राजनीतिक पकड़ और अनुभव को देखते हुए बीजेपी द्वारा उन्हें अपने खेमे में लाने की कोशिश की जा रही थी, लेकिन सैलजा ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया।
सैलजा ने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी ने उन्हें बहुत कुछ दिया है और वह पार्टी के प्रति पूरी तरह से वफादार हैं। उन्होंने बीजेपी की नीतियों की आलोचना भी की और कहा कि वह ऐसी पार्टी में कभी शामिल नहीं हो सकतीं, जो सामाजिक समरसता और धर्मनिरपेक्षता के खिलाफ काम करती हो।
उनके इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। विपक्षी पार्टियों ने भी उनके इस फैसले की सराहना की है, जबकि बीजेपी की ओर से इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
कुमारी सैलजा का यह कदम न केवल उनकी व्यक्तिगत निष्ठा को दर्शाता है, बल्कि हरियाणा की राजनीति में भी एक बड़ा संकेत है कि कांग्रेस पार्टी के भीतर वरिष्ठ नेता अपने विचारधारा और सिद्धांतों को लेकर कितने प्रतिबद्ध हैं।