नई दिल्ली,-पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुवार को समन भेजा है। अजहर पर हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन (HCA) के अध्यक्ष के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान भ्रष्टाचार का आरोप हैं, हालांकि अजहर ने आरोपों को पूरी तरह नकार दिया है।
ED ने अजहर को आज ही पूछताछ के लिए बुलाया है। ED की टीम HCA में अनियमितताओं की जांच कर रही है। ED ने उप्पल पुलिस स्टेशन में पहले से दर्ज मामले के आधार पर मामला दर्ज किया है।
61 साल के पूर्व क्रिकेटर पर मैच फिक्सिंग के आरोप भी लग चुके हैं, हालांकि बाद में आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट ने उन पर लगा बैन हटा दिया था।
स्टेडियम निर्माण में वित्तीय अनियमितता का आरोप है ईडी के मुताबिक, हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन के अधिकारियों ने राजीव गांधी क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण में वित्तीय अनियमितता की। उन्होंने निजी कंपनियों को उच्च दरों पर ठेके दिए और एसोसिएशन को करोड़ों रुपए का नुकसान पहुंचाया। इस मामले में 3 एफआईआर दर्ज की गई हैं और जांच जारी है।
क्रिकेटर से नेता बने अजहरुद्दीन को 2018 में उन्हें तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। वहीं 2009 में वे कांग्रेस के टिकट पर यूपी के मुरादाबाद से सांसद रहे हैं।
2 पॉइंट्स में जानकारी
- समन भेजने से पहले जांच एजेंसी तेलंगाना में 9 जगह छापेमारी भी कर चुकी है। इस दौरान डिजिटल उपकरण के साथ ही कई अहम दस्तावेज बरामद किए गए हैं।
- HCA के CEO सुनीलकांत बोस ने टीम इंडिया के पूर्व कप्तान अजहरुद्दीन के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत की है।
कांग्रेस से संसद रह चुके हैं, 2009 में राजनीति में आए अजहर कांग्रेस की टिकट पर लोकसभा संसद रह चुके हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश की मुरादाबाद सीट से चुनाव लड़ा था। अजहर 2009 में राजनीति में आए। वे 2009 से 2014 तक सांसद रहे।