नई दिल्ली,01 अक्टूबर। लद्दाख से करीब 700 किमी की पदयात्रा करके दिल्ली पहुंचे क्लाइमेट एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक समेत 150 लोगों को मंगलवार देर रात हिरासत में लिया गया है। ये लोग लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा देने और केंद्र शासित प्रदेश को छठी अनुसूची का दर्जा देने की मांग कर रहे हैं।
वांगचुक ने X पर कहा- मुझे 150 पदयात्रियों के साथ दिल्ली की बॉर्डर पर डिटेन किया गया है। कुछ लोग कह रहे हैं कि यहां 1,000 पुलिसवाले हैं। हमारे साथ कई बुजुर्ग हैं। हमारे भाग्य क्या लिखा है, हमें नहीं पता। हम दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र और लोकतंत्र की जननी में बापू की समाधि तक शांतिपूर्ण मार्च पर थे। हे राम।
दिल्ली पुलिस ने बताया कि वांगचुक को बवाना पुलिस थाने में ले जाया गया है। वांगचुक दिल्ली बॉर्डर पर रात बिताना चाहते थे। दिल्ली में 5 अक्टूबर तक धारा 163 लागू है। मार्च कर रहे लोगों को वापस जाने के लिए कहा गया था, जब वे नहीं माने तब एक्शन लिया गया।
वांगचुक को हिरासत में लेने पर कारगिल डेमोक्रेटिक अलायंस और एपेक्स बॉडी, लेह ने लद्दाख बंद का ऐलान किया है। वहीं, दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा है कि वे जल्द ही सोनम वांगचुक से मिलने जाएंगी। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा- मोदी जी, किसान बिल की तरह यह चक्रव्यूह और आपका अहंकार भी टूटेगा। आपको लद्दाख की आवाज सुननी होगी।
सोनम वांगचुक लद्दाख को पूर्ण राज्य बनाने, स्थानीय लोगों के लिए नौकरी में आरक्षण, लेह और कारगिल के लिए एक-एक संसदीय सीट और संविधान की छठी अनुसूची लागू करने की मांग को लेकर काफी समय से प्रदर्शन कर रहे हैं।
इसी साल मार्च में सोनम ने 21 दिन की भूख हड़ताल की थी। भूख हड़ताल खत्म करने के बाद सोनम वांगचुक ने कहा था- ये आंदोलन का अंत नहीं, बल्कि एक नई शुरुआत है। अपनी मांगों को लेकर हमें जब तक आंदोलन करना पड़े, हम करेंगे।