नई दिल्ली- बांग्लादेश के ऑलराउंडर शाकिब अल हसन ने संन्यास का ऐलाना कर दिया है। उन्होंने गुरुवार को एकाएक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर कहा कि मीरपुर में साउथ अफ्रीका के खिलाफ मेरा आखिरी टेस्ट होगा। वे भारतीय दौरे पर बांग्लादेशी टीम का हिस्सा हैं, हालांकि उनके कानपुर टेस्ट खेलने में संदेह है।
37 साल के बांग्लादेशी ऑलराउंडर ने कहा- ‘मैंने अपने बोर्ड से मीरपुर में आखिरी टेस्ट खेलने की इच्छा जाहिर की है। वे मेरे स्वदेश वापसी के प्रयास भी कर रहे हैं, यदि ऐसा नहीं होता है तो इंडिया के खिलाफ कानपुर टेस्ट मेरा आखिरी मुकाबला होगा।’ शाकिब ने कहा- ‘मैं अपने देश तो जा सकता हूं, लेकिन मेरा साथ वहां क्या होगा नहीं पता।’
शाकिब पर एक प्रदर्शनकारी छात्रा की हत्या के आरोप हैं, हालांकि उनका विवादों से पुराना नाता रहा है।
CSC से जूझ रहे हैं शाकिब, गले में काला धागा पहना शाकिब अल हसन पिछले कुछ दिनों से सेंट्रल सीरस कोरियोरेटिनोपैथी (CSC) से परेशान हैं। यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें रेटिना के नीचे तरल पदार्थ जमा हो जाता है। जो नजर को बाधित करता है। इसी परेशानी के कारण शाकिब भारत के खिलाफ चेन्नई में खेले गए पहले टेस्ट में गले में काला धागा पहना था और उसे मुंह से दबाते नजर आए थे। उन्होंने यह तरीका खुद निकाला था।
शाकिब भारत के खिलाफ पहले टेस्ट की पहली पारी में 32 और दूसरी पारी में 25 रन ही बना सके थे। उन्हें चेन्नई में खेले गए इस टेस्ट में कोई विकेट नहीं मिला था।
शाकिब पर लगा है हत्या का आरोप डेली स्टार की रिपोर्ट अनुसार, रफिकुल इस्लाम ने कहा कि 5 अगस्त को उनका बेटा रुबेल अडाबार के रिंग रोड एरिया में विरोध कर रहा था। जिसमें रुबेल के साथ कई और भी स्टूडेंट्स शामिल थे। शाकिब समेत 147 लोगों पर इलजाम लगा कि उन्होंने आंदोलन करने वालों पर फायरिंग के आदेश दिए थे। साथ ही कई आरोपी फायरिंग करने वालों में भी शामिल थे।