उतार प्रदेश,20 सितम्बर। सुल्तानपुर में हुए चर्चित डकैती कांड के मुख्य आरोपी अजय यादव का पुलिस ने आज तड़के एनकाउंटर कर दिया। अजय यादव, जिस पर 1 लाख रुपये का इनाम था, डकैती कांड के बाद से फरार चल रहा था। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की लगातार कोशिशों के बावजूद वह अब तक गिरफ्त से बाहर था, लेकिन आज STF (स्पेशल टास्क फोर्स), SOG (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) और स्थानीय पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन में उसे ढेर कर दिया गया।
घटनाक्रम का विवरण
पुलिस को सूचना मिली थी कि अजय यादव एक खास इलाके में छिपा हुआ है। इसके बाद STF, SOG और स्थानीय पुलिस की टीम ने उस जगह को घेर लिया और उसे पकड़ने की कोशिश की। आरोपी ने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी, जिसके बाद आत्मरक्षा में पुलिस को जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी। इस मुठभेड़ में अजय यादव को गंभीर चोटें आईं, और उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
सुल्तानपुर डकैती कांड का इतिहास
सुल्तानपुर में कुछ महीने पहले एक बड़ी डकैती की वारदात हुई थी, जिसने पूरे जिले में हड़कंप मचा दिया था। अजय यादव और उसके गैंग ने इस डकैती को अंजाम दिया था, जिसमें बड़ी मात्रा में नकदी और कीमती सामान लूटे गए थे। इस घटना के बाद से पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए कई कोशिशें कीं, लेकिन वह लगातार पुलिस की पकड़ से बचता रहा।
पुलिस का बयान
पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि अजय यादव एक पेशेवर अपराधी था और उस पर कई गंभीर आपराधिक मामले दर्ज थे। वह लंबे समय से फरार था और पुलिस को उसकी तलाश थी। अजय यादव पर 1 लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था, और आज की कार्रवाई पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता मानी जा रही है।
परिवार और स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
अजय यादव के एनकाउंटर के बाद उसके परिवार ने पुलिस पर सवाल खड़े किए हैं और इस कार्रवाई को लेकर निष्पक्ष जांच की मांग की है। वहीं, स्थानीय लोग और पीड़ित परिवार, जिन्होंने डकैती कांड में अपना सब कुछ खो दिया था, इस खबर से राहत महसूस कर रहे हैं। उनका मानना है कि अजय यादव के मारे जाने से इलाके में कानून व्यवस्था की स्थिति में सुधार होगा और अपराधियों में खौफ पैदा होगा।
पुलिस की अगली रणनीति
पुलिस अब अजय यादव के गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी हुई है। अधिकारी इस बात की भी जांच कर रहे हैं कि डकैती कांड के पीछे और कौन-कौन लोग शामिल थे और उनकी गिरफ्तारी के लिए योजना बनाई जा रही है। STF और SOG की टीमें इस मामले की गहराई से छानबीन कर रही हैं ताकि अपराधियों के नेटवर्क का पूरी तरह से सफाया किया जा सके।
इस एनकाउंटर के बाद पुलिस की छवि को मजबूती मिली है और अपराधियों के लिए यह एक कड़ा संदेश है कि कानून से बचना मुश्किल है।