ओडिशा,20 सितम्बर। ओडिशा के भुवनेश्वर स्थित भरतपुर पुलिस स्टेशन में एक आर्मी ऑफिसर से मारपीट और उनकी मंगेतर से यौन उत्पीड़न का मामला सामने आया है। पीड़ित महिला आर्मी ऑफिसर के साथ रोड रेज की शिकायत दर्ज करवाने पुलिस थाने गई थी।
थाने में पुलिसकर्मियों ने उनसे पहले बदसलूकी की, फिर आर्मी ऑफिसर को लॉकअप में बंद कर दिया। पीड़ित ने इसका विरोध किया तो उनके साथ मारपीट की और हाथ-पैर बांध दिए।
पीड़ित के मुताबिक, एक पुरुष अधिकारी ने उनके अंडरगार्मेंट उतारे। फिर छाती पर लातें मारीं। थाने में जब इंस्पेक्टर-इन-चार्ज पहुंचा तो उसने पीड़ित की पैंट नीचे कर अपना प्राइवेट पार्ट दिखाया और अश्लील बातें कीं।
घटना 15 सितंबर की है। पुलिस ने पीड़ित को बदतमीजी के आरोप में गिरफ्तार किया था। 19 सितंबर को हाईकोर्ट से जमानत के बाद उनका भुवनेश्वर AIIMS में इलाज कराया गया, जिसके बाद उन्होंने ये खुलासा किया।
पीड़ित के आरोपों के बाद DG वाईबी खुरानिया के निर्देश पर गुरुवार को चांदका थाने में शिकायत दर्ज की गई। उन्होंने क्राइम ब्रांच को जांच के आदेश दिए, जिसके बाद भरतपुर के इस्पेक्टर इंचार्ज समेत 5 पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड किया गया।
- 15 सितंबर को रात 1 बजे मैं अपना रेस्टोरेंट बंद करके आर्मी ऑफिसर के साथ घर लौट रही थी। रास्ते में कुछ युवकों ने उनका रास्ता रोकने की कोशिश की और छेड़छाड़ करने लगे। पुलिस से शिकायत करने और मदद मांगने के लिए वे भरतपुर थाने पहुंचे।
- भरतपुर थाने में शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की तो वहां सिविल ड्रेस में मौजूद एक महिला पुलिसकर्मी उनसे गाली-गलौज करने लगी। थोड़ी देर एक पेट्रोलिंग गाड़ी से कुछ और पुलिसकर्मी थाने पहुंचे। उन्होंने आर्मी ऑफिसर को लॉकअप में बंद कर दिया।
- जब मैंने कहा कि वे आर्मी ऑफिसर को हिरासत में नहीं रख सकते, यह गैरकानूनी है, तो दो महिला पुलिसकर्मियों ने मेरे बाल पकड़ लिए जोर-जोर से मारने लगीं। एक महिला पुलिसकर्मी ने मेरी गर्दन पकड़ने की कोशिश की तो मैंने उसके हाथ पर काट लिया।
- इसके बाद उन्होंने मेरी जैकेट से मेरे हाथ बांध दिए। एक लेडी कॉन्स्टेबल के स्कार्फ से मेरे पैर बांध दिए। थोड़ी देर बाद एक मेल ऑफिसर आया। उसने मेरे अंडरगार्मेंट उतार दिए और छाती पर लातें मारने लगा।
- सुबह करीब 6 बजे इंस्पेक्टर-इन-चार्ज आया। उसने मेरी पैंट नीचे कर दी। फिर अपनी पैंट नीचे की और प्राइवेट पार्ट दिखाकर अश्लील बातें की। मैं इस दौरान मदद के लिए जोर-जोर से चिल्ला रही थी।
आर्मी ऑफिसर बोले- 4 पुलिसवालों ने मुझे घसीटा, पेंट खोली आर्मी ऑफिसर ने बताया कि थाने में शिकायत दर्ज कराने के दौरान- अचानक चार पुलिस अधिकारियों ने मुझे पकड़ा। चारों ने मुझे घसीटते हुए एक सेल में ले गए। वहां उन्होंने मेरी पैंट उतारी। मेरा सारा सामान ले लिया। मुझे सुबह 3 बजे अवैध रूप से सेल के अंदर बंद रखा। इस बीच लॉबी में दो महिला पुलिस अधिकारियों ने मेरी मंगेतर के साथ मारपीट की।
सुबह 6 बजे, जब मेरी मंगेतर ने पुलिस अधिकारियों से गिरफ्तारी वारंट की मांग की, तो उसे एक कमरे में घसीटा गया और SI प्रभारी सहित चार पुरुष और तीन महिला पुलिस अधिकारियों ने उसके कपड़े उतार दिए और उसके साथ मारपीट की। मैं 30 मिनट तक चीखें सुनता रहा। इसके बाद, मेरी मंगेतर को बदतमीजी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया।
मेडिकल जांच में पीड़ित के साथ शारीरिक उत्पीड़न की पुष्टि पीड़ित महिला का फिलहाल AIIMS-भुवनेश्वर में इलाज चल रहा है। मेडिकल जांच में उसके साथ शारीरिक उत्पीड़न की पुष्टि हुई है। डॉयरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस वाईबी खुरानिया ने क्राइम ब्रांच को मामले की जांच सौंपी है।
ओडिशा पुलिस ने बताया कि मामले के आरोपी भरतपुर पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर-इन-चार्ज (ICC) दिनकृष्ण मिश्रा, सब-इंस्पेक्टर बैसालिनी पांडा, असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर्स सलिलामयी साहू और सागरिका रथ और कांस्टेबल बलराम हांडा को सस्पेंड किया गया है।