जम्मू-कश्मीर,19 सितम्बर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर स्टेडियम में कहा, ‘हमने देश की संसद में कहा है कि जम्मू-कश्मीर को दोबारा राज्य का दर्जा दिलाएंगे। भाजपा ही इसे पूरा करेगी। इसलिए मेरी आपसे अपील है कि 25 सितंबर को वोटिंग के सारे रिकॉर्ड टूटने चाहिए।’
इसके पहले उन्होंने नेशनल कॉन्फ्रेंस, PDP और कांग्रेस को लेकर कहा, ‘इन तीन खानदानों ने अपनी सियासी दुकान चलाने के लिए दशकों तक घाटी में नफरत का सामान बेचा है। इनके कारण ही यहां के युवा तरक्की नहीं कर पाए।’
पिछले 6 दिन में राज्य में PM मोदी का यह दूसरा कश्मीर दौरा है। इससे पहले वे 14 सितंबर को डोडा पहुंचे थे। वे यहां पार्टी कैंडिडेट्स से भी मिलेंगे। इसके बाद दोपहर 3 बजे वे कटरा जाएंगे, जहां एक और जनसभा होगी।
पीएम मोदी की स्पीच की बड़ी बातें…
- पहले फेज की रिकॉर्ड वोटिंग पर : चुनाव में पहले फेज में इतनी बड़ी तादाद में वोटिंग हुई। ये खुशी की बात है कि दहशतगर्दी खत्म हुई और चुनाव के लिए लोग इतनी बड़ी तादाद में घर से बाहर निकले। ये नया इतिहास बना है। आपने ये इतिहास रचा है। दुनिया देख रही है कि कैसे जम्मू-कश्मीर के लोग भारत के लोकतंत्र को मजबूत कर रहे हैं।
- NC-कांग्रेस और PDP पर : दिल्ली से लेकर जम्मू-कश्मीर तक ये लोग बौखलाए हुए हैं। इन्हें लगता है, जैसे-तैसे कुर्सी पर कब्जा जमाना और फिर आपको लूटना, ये इनका पैदायशी हक है। जम्मू-कश्मीर की आवाम को उनके जायज हक से महरूम रखना ही इनका सियासी एजेंडा रहा है। इन्होंने सिर्फ डर और अराजकता ही दी है। अब कोई इनके शिकंजे में रहने वाला नहीं है।
- कश्मीर के युवाओं पर: जिन नौजवानों को आगे नहीं बढ़ने दिया। वे इनके खिलाफ मैदान में उतर आए हैं युवा। आज वादी का जो नौजवान 20-25 साल का है, उनमें से कई पढ़ाई-लिखाई से मेहरूम रह गए हैं। कई ऐसे हैं, जिन्हें 10वीं-12वीं या कॉलेज तक पहुंचने में देश के बाकी बच्चों से ज्यादा साल लगे हैं। ये इसलिए हुआ क्योंकि कांग्रेस एनसी और पीडीपी के तीन खानदान फेल हुए हैं।
- घाटी में होने वाली पत्थराबाजी पर : इन्होंने अपनी सियासी दुकान चलाने के लिए दशकों तक नफरत का सामान बेचा है। आप वो वक्त याद रखिए, जो स्कूल कॉलेज बच गए, वहां कई-कई सालों तक पढ़ाई नही हो पाती थी। ये तीन खानदान उनके हाथों में पत्थर थमा कर खुश रहते थे।
- राज्य के लिए BJP की योजनाओं पर: यहां अमन की बहाली के लिए मैं पूरी ईमानदारी से जुटा हूं। यहां स्कूल-कॉलेज आराम से चल रहे हैं, बच्चों के हाथ में पत्थर नहीं, बल्कि पेन और किताबे हैं, लैपटॉप हैं। आज यहां नए स्कूल, नए कॉलेज, मेडिकल कॉलेज, आईआईटी ये बनने की खबरें आ रही हैं। मैं चाहता हूं कि हमारे बच्चे पढ़े-लिखें और ज्यादा काबिल बनें, उनके लिए यहीं पर नए मौके बने।
- जम्मू-कश्मीर में एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स पर : मैं सिर्फ बीते 5 साल का हिसाब आपको देता हूं। मोदी ने 50 हजार बच्चों का दोबारा स्कूल में दाखिला कराया। यहां 15 हजार स्कूलों में प्री प्राइमरी क्लासेस शुरू की गईं, इनमें आज डेढ़ लाख से ज्यादा बच्चे पढ़ रहे हैं। आज यहां करीब 250 स्कूलों को पीएम श्री स्कूल्स में अपग्रेड किया जा रहा है। यहां कई कॉलेज बने हैं।
- रोजगार के अवसरों पर : जम्मू-कश्मीर का नौजवान मजबूर नहीं रहा, वो मोदी सरकार में मजबूत हो रहा है। भाजपा ने भी नौजवानों के रोजगार के लिए बड़े ऐलान किए हैं। स्किल डेवलपमेंट हो, बिना धांधली काबिल लोगों को सरकारी नौकरी मिले, ये सारे काम भाजपा यहां पूरे करके दिखाएगी।
- पिछले चुनावों पर: यहां के 3 खानदानों ने 80 के दशक में क्या किया था। इन्होंने सियासत को अपनी जागीर समझ रखा था। किसी दूसरे को आगे आने ही नहीं देना चाहते। पंचायत, डीडीसी के इलेक्शन को क्यों रोका इन्होंने। इन्हें लगता था कि नए लोग सियासत में आएंगे, जो इन्हें चैलेंज करेंगे। इसका नतीजा क्या हुआ? नौजवानों में जम्हूरियत से भरोसा कम होता गया।
डोडा में कहा था- एक तरफ तीन खानदान, उनके सामने कश्मीर के नौजवान पीएम मोदी ने डोडा रैली के दौरान परिवारवाद को लेकर कहा- जम्मू-कश्मीर का विधानसभा चुनाव 3 खानदानों और जम्मू-कश्मीर के नौजवानों के बीच में है। एक तरफ तीन खानदान हैं, दूसरी तरफ सपने लेकर निकल पड़े नौजवान हैं। तीनों खानदान जम्मू-कश्मीर को दशकों तक बर्बादी देने के जिम्मेदार हैं। इन खानदानों ने यहां करप्शन को बढ़ावा दिया। जमीन कब्जा करने वाले गिरोहों को बढ़ावा दिया। छोटी-छोटी सुविधाओं के लिए आपको तरसाया गया।