नई दिल्ली,18 सितम्बर। कोलकाता के जूनियर डॉक्टर्स ने हड़ताल खत्म करने से इनकार कर दिया है। उन्होंने ममता से एक और मीटिंग की मांग करते हुए चीफ सेक्रेटरी मनोज पंत को ईमेल भेजा है, जिसमें कहा गया है कि अभी तक सभी मांगें नहीं मानी गई है।
आरजी कर मेडिकल कॉलेज में 9 अगस्त को ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर केस को लेकर जूनियर डॉक्टरों ने राज्य सरकार से पुलिस कमिश्नर और हेल्थे सेक्रेटरी को हटाने समेत 5 मांगें की थी। इसके लिए वे 40 दिन से लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं।
16 सितंबर को जूनियर डॉक्टर और ममता के बीच मीटिंग हुई थी। इसमें ममता ने डॉक्टरों की 5 में से 3 मांगें मान ली थीं। उन्होंने मंगलवार को पुलिस कमिश्नर विनीत गोयल को पद से हटाया था। उनकी जगह मनोज वर्मा को कमिश्नर बनाया गया।
इसके बाद मंगलवार देर रात डॉक्टरों ने कहा कि प्रदर्शन रहेगा। बुधवार को डॉक्टरों ने कहा- अभी आधी जीत हुई। हेल्थ सेक्रेटरी एनएस निगम का इस्तीफा जरूरी है। अस्पतालों में थ्रेट कल्चर खत्म करने की मांग भी अभी नहीं मानी गई है। इसलिए CM से एक और मीटिंग की मांग की है।
ममता ने स्वास्थ्य अधिकारियों का भी ट्रांसफर किया डॉक्टरों और ममता की मीटिंग को लेकर कोलकाता में 7 दिन तक टकराव हुआ था। 4 कोशिशें नाकाम होने के बाद 16 सितंबर को ममता और डॉक्टरों के डेलिगेशन की CM हाउस में बैठक हुई। इस बैठक में ममता ने डॉक्टरों की 5 में से 3 मांगें मानी थीं और कहा था कि काम पर वापस लौटें।
डॉक्टरों और CM की 16 सितंबर की मीटिंग के बाद स्वास्थ्य विभाग के भी 4 और अधिकारियों का ट्रांसफर किया गया। मेडिकल एजुकेशन डायरेक्टर डॉ. कौस्तुव नायक को स्वास्थ्य-परिवार कल्याण का डायरेक्टर बनाया गया। स्वास्थ्य सेवाओं के डायरेक्टर डॉ. देबाशीष हलदर को पब्लिक हेल्थ का OSD बनाया गया है। त्रिपुरारी अथर्व को DEO का डायरेक्टर चुना गया।
इसके अलावा 5 और पुलिस अधिकारियों के पद भी बदले गए। जावेद शमीम ADG कानून व्यवस्था, विनीत गोयल ADG और IG स्पेशल टास्क फोर्स, ज्ञानवंत सिंह ADG और IG इंटेलिजेंस ब्यूरो, दीपक सरकार नॉर्थ कलेक्टर, अभिषेक गुप्ता CO EFR सेकंड बटालियन का नाम शामिल है।