कर्नाटक ,12 सितम्बर। कर्नाटक के मांडया जिले में गणेश विसर्जन के दौरान हुए हिंसा और आगजनी की घटना के बाद स्थिति बेहद तनावपूर्ण हो गई है। इस दौरान हुई हिंसा के विरोध में विश्व हिंदू परिषद और अन्य हिंदू संगठनों ने सख्त प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
घटना के अनुसार, गणेश विसर्जन के दौरान दो गुटों के बीच झगड़ा हो गया, जिसके बाद तनाव ने हिंसा का रूप ले लिया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा, लेकिन हिंसा के फैलने से स्थिति और भी बिगड़ गई। कुछ स्थानों पर आगजनी की घटनाएं भी सामने आईं, जिससे स्थानीय लोगों में डर और अशांति फैल गई।
हिंसा की इस घटना के बाद विश्व हिंदू परिषद ने एक बयान जारी करते हुए कर्नाटक सरकार और पुलिस प्रशासन की निंदा की। परिषद ने आरोप लगाया कि स्थानीय प्रशासन ने हिंसा को रोकने में असफल साबित हुए और आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने में भी ढिलाई बरती।
विश्व हिंदू परिषद ने मांग की है कि सरकार उन लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे जो इस हिंसा के लिए जिम्मेदार हैं और मांडया में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं। संगठन ने यह भी कहा कि ऐसी घटनाओं से समाज में तनाव बढ़ता है और इससे सांप्रदायिक माहौल खराब होता है।
पुलिस और प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कई कदम उठाए हैं, और मांडया में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और किसी भी प्रकार की अशांति को टालने के लिए सभी आवश्यक उपाय किए जाएंगे।
इस घटना ने मांडया और पूरे कर्नाटक में सुरक्षा और शांति बनाए रखने की चुनौती को एक बार फिर से सामने ला दिया है। स्थानीय नागरिकों और संगठनों की अपील है कि सभी पक्ष शांतिपूर्ण तरीके से मुद्दों का समाधान निकालें और सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखें।