नई दिल्ली,12 सितम्बर। ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने बुधवार को प्रेस्वू नाम के आई ड्रॉप की मैन्यूफैक्चरिंग और मार्केटिंग लाइसेंस को रद्द कर दिया है। इस आई ड्रॉप को मुंबई स्थित दवा निर्माता कंपनी एंटोड फार्मास्यूटिकल्स ने बनाया था।
कंपनी का दावा था कि यह प्रेसबायोपिया (बढ़ती उम्र के बाद नजदीक की नजर कमजोर हो जाना) से पीड़ित लोगों को फायदा पहुंचाती है। आईड्रॉप को आंखों में डालने के बाद चश्मा लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। बिना चश्मे के भी आसानी से किताब पढ़ी जा सकती है।
केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) ने इस आई ड्रॉप को इस शर्त के साथ परमिशन दी थी कि सिर्फ इसे डॉक्टर की सलाह पर ही यूज किया जाए। कंपनी पर आरोप है कि वह इसे बिना प्रिस्क्रिप्शन के खरीदने का प्रचार कर रही थी। यह आईड्रॉप अक्टूबर में मार्केट में आने वाली थी।
DCGI बोली- दवा का गलत प्रचार किया जा रहा है DCGI ने बताया कंपनी इसका प्रचार OTC (ओवर द काउंटर) बताकर किया जा रहा था। OTC दवाइयां वो होती हैं, जिन्हें बिना किसी डॉक्टर प्रिस्क्रिप्शन के खरीदा जा सकता है।
दवा कंपनी बोली- ऑर्डर को कोर्ट में चुनौती देंगे दवा कंपनी एंटोड फार्मास्यूटिकल्स ने कहा, उन्होंने प्रचार में किसी भी तरह की भ्रामक जानकारी नहीं दी है। DCGI ने इस दवा को अप्रूव किया था। हमने 234 पेशेंट पर इसका सफल टेस्ट किया था। जिन पेशेंट ने आई ड्रॉप का इस्तेमाल किया। वह बिना चश्मे के पढ़ सकते थे। हम सस्पेंशन ऑर्डर को कोर्ट में चुनौती देंगे।