नई दिल्ली,10 सितम्बर। कलिंदी एक्सप्रेस के पटरी से उतरने की साजिश को लेकर जांच एजेंसियां हरकत में आ गई हैं। इस मामले की गहन जांच की जा रही है, जिसमें अब तक 219 सीसीटीवी कैमरों से फुटेज जुटाए गए हैं और 100 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की जा चुकी है। एजेंसियों को शक है कि यह घटना किसी सुनियोजित साजिश का हिस्सा हो सकती है।
जांच में जुटी एजेंसियां
इस मामले की जांच कई एजेंसियों द्वारा की जा रही है, जिसमें रेलवे सुरक्षा बल (RPF), स्थानीय पुलिस और केंद्रीय एजेंसियां शामिल हैं। घटना के तुरंत बाद जांच एजेंसियों ने कई सुराग इकट्ठा किए और इस दिशा में काम कर रही हैं कि कैसे और क्यों यह दुर्घटना घटित हुई।
219 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की बारीकी से जांच की जा रही है, ताकि किसी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि की पहचान हो सके। फुटेज में घटनास्थल के आसपास की गतिविधियों पर ध्यान दिया जा रहा है, खासकर उन स्थानों पर जो ट्रेन के गुजरने से पहले संदिग्ध दिखाई दे सकते हैं।
100 से ज्यादा लोगों से पूछताछ
अब तक 100 से ज्यादा लोगों से इस मामले में पूछताछ की जा चुकी है। इनमें रेलवे स्टाफ, स्थानीय लोग और अन्य संदिग्ध शामिल हैं, जो घटना के समय या उसके आसपास मौजूद थे। पूछताछ के दौरान, जांच एजेंसियां किसी भी प्रकार की अनियमितता या संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी जुटाने की कोशिश कर रही हैं, जिससे साजिश की पुष्टि की जा सके।
पटरी से उतरने की साजिश के संकेत
अभी तक की जांच से यह बात साफ हो रही है कि कलिंदी एक्सप्रेस के पटरी से उतरने की घटना कोई साधारण दुर्घटना नहीं थी, बल्कि इसके पीछे किसी साजिश का हाथ हो सकता है। एजेंसियां घटना की तकनीकी और मानवजनित संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए जांच कर रही हैं। रेलवे ट्रैक की सुरक्षा में किसी प्रकार की गड़बड़ी, उपकरणों के साथ छेड़छाड़, या बाहरी हस्तक्षेप के संकेतों की तलाश की जा रही है।
सुरक्षा उपायों को लेकर चिंताएं
इस घटना के बाद रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं। ट्रेन सुरक्षा प्रणाली में किसी प्रकार की चूक को रोकने के लिए रेलवे अब अतिरिक्त सावधानी बरत रहा है। रेलवे ने इस मामले में सख्त कदम उठाते हुए ट्रैकों की नियमित जांच और सीसीटीवी कैमरों की निगरानी को और सख्त करने का आदेश दिया है।
निष्कर्ष
कलिंदी एक्सप्रेस के पटरी से उतरने की घटना ने एक गंभीर सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या यह एक सुनियोजित साजिश थी। जांच एजेंसियां इस दिशा में तेजी से काम कर रही हैं, और अब तक सीसीटीवी फुटेज और पूछताछ के जरिए कई महत्वपूर्ण सुराग सामने आ रहे हैं। यह मामला रेलवे की सुरक्षा को लेकर एक महत्वपूर्ण सबक हो सकता है और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए और भी कठोर कदम उठाने की जरूरत है।