मणिपुर 30 अगस्त. मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने पद छोड़ने से इनकार करते हुए कहा कि राज्य की रक्षा के उनके प्रयासों में लोग उनके साथ हैं, इसलिए उनके इस्तीफे का कोई सवाल नहीं है। गुरुवार को एक साक्षात्कार में सिंह ने कहा, “मैं इस्तीफा क्यों दूं? क्या मैंने कुछ गलत किया है? क्या मेरे खिलाफ किसी घोटाले का आरोप है? क्या मैंने राज्य या राष्ट्र के खिलाफ काम किया है?”
सिंह मणिपुर में मई 2022 में भड़की जातीय हिंसा को लेकर विपक्ष के निशाने पर हैं, जिसमें कुकी संगठन उन पर मेइती समुदाय का पक्ष लेने का आरोप लगा रहे हैं। बावजूद इसके, सिंह ने अपने कार्यकाल का बचाव करते हुए कहा कि उन्होंने राज्य को अवैध प्रवासियों और मादक पदार्थों से बचाया है। उन्होंने कहा, “मैंने मणिपुर और इसके लोगों की रक्षा के लिए काम किया है, इस्तीफा देने का कोई सवाल ही नहीं है।”
मुख्यमंत्री सिंह ने कहा कि हिंसा को रोकने के लिए सुरक्षा बल उनके निर्देशों पर काम कर रहे थे, फिर भी लोग उन पर हिंसा को रोकने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाने का आरोप लगा रहे हैं। सिंह ने कहा, “लोग भावुक हो गए क्योंकि उन्हें लगा कि मैंने बंदूक उठाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं की।”
सिंह ने कहा कि उनका हमेशा से मानना रहा है कि समस्याओं का समाधान हिंसा से नहीं, बल्कि बातचीत और शांति से निकलता है। मणिपुर में जातीय हिंसा में अब तक 226 लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों लोग विस्थापित हो गए हैं।
कुकी संगठनों ने सिंह पर मेइती समुदाय का पक्ष लेने का आरोप लगाया है, जबकि विपक्षी दलों का कहना है कि सिंह के इस्तीफे से टूटे हुए सामाजिक ताने-बाने को फिर से जोड़ा जा सकेगा। हालांकि, सिंह ने साफ कहा, “मैं हर समुदाय का मुख्यमंत्री हूं, चाहे वह मेइती हो, कुकी हो या नगा हो।”
सिंह ने अपने दूसरे कार्यकाल में अवैध आप्रवासियों की पहचान और मादक पदार्थों के खिलाफ अभियान को तेज किया, जिससे कुछ लोगों में असंतोष पैदा हुआ। उन्होंने कहा, “मैंने जो कुछ भी किया, वह राज्य और देश के लिए किया, अपने लिए नहीं।” सिंह ने कहा कि जनता का समर्थन उनके साथ है, इसलिए उन्हें पद छोड़ने का कोई कारण नहीं दिखता।